ऑनलाइन शॉपिंग (Online Shopping) के दौरान होने वाले किसी भी फ्रॉड (Online Fraud) से बचाने के लिए कंज्यूमर अफेयर्स मंत्रालय (Ministry of Consumer Affairs) ने बड़ा कदम उठाया है. केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी (Pralhad Joshi) ने कंज्यूमर प्रोटेक्शन को बढ़ावा देने के लिए कई नई पहल शुरू की हैं. इनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बेस्ड हेल्पलाइन और गुमराह करने वाली मार्केटिंग प्रैक्टिस का पता लगाने के लिए नए तरीके शामिल हैं.
उपभोक्ता मंत्रालय (Ministry of Consumer Affairs) ने नेशनल कंज्यूमर डे के मौके पर तीन नए मोबाइल ऐप लॉन्च किए हैं. ये ऐप्स उपभोक्ताओं को ऑनलाइन शॉपिंग में भरोसेमंद प्लेटफॉर्म चुनने में मदद करेंगे और धोखाधड़ी के मामलों से बचाएंगे. जागो ग्राहक जागो ऐप के जरिए यह पता चल सकेगा कौन सी वेबसाइट या ऐप भरोसेमंद है और कौन सी संदेह के घेरे में या धोखाधड़ी कर सकती है. अगर फिर भी किसी उपभोक्ता के साथ में कहीं धोखाधड़ी होती भी है तो उसकी तुरंत शिकायत जागृति ऐप पर की जा सकती है. जागृति ऐप पर की गई शिकायत का क्या स्टेटस है और क्या कार्रवाई हो रही है इसकी जानकारी जागृति डैशबोर्ड पर मिल सकती है.
रिलायंस रिटेल, टाटा संस और जोमैटो जैसे बड़े ब्रांड्स ने सेफ्टी के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई. सरकार ने नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन, ई-मैप पोर्टल और ‘जागो ग्राहक जागो’ मोबाइल एप्लिकेशन जैसे नए कदमों की शुरुआत की, जो कंज्यूमर प्रोटेक्शन को और मजबूत करेंगे.
सरकार ने डार्क पैटर्न से बचाव के लिए गाइडलाइंस भी जारी की हैं. इन गाइडलाइंस में 13 प्रकार के दबाव बनाए जाने वाले तरीके शामिल हैं, जो कंज्यूमर्स को अनजाने में खरीदारी करने के लिए मजबूर करते हैं. इसके अलावा अनचाही कॉल्स से जुड़ी गाइडलाइंस भी जल्द ही जारी की जाएंगी, जिन पर टेलीकॉम डिपार्टमेंट से विचार विमर्श चल रहा है.
उपभोक्ता मंत्रालय की सचिव निधि खरे ने बताया कि मंत्रालय ने इन तीनों ऐप्स को लॉन्च कर यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि उपभोक्ताओं को जागरूक किया जा सके और उनके साथ जो हर साल करोड़ों रुपए की ठगी की जाती है फर्जी वेबसाइट्स और ऐप्स के जरिए उससे उन्हें बचाया जा सके. उपभोक्ता को यह पता लगाने के लिए की कौन सी वेबसाइट सही है और कौन सी वेबसाइट उनके साथ धोखाधड़ी कर सकती है.
निधि खरे ने बताया कि पता लगाने के लिए जागो ग्राहक जागो ऐप पर लॉगिन कर उस वेबसाइट ऐप के बारे में जानकारी भरनी होगी इसके बाद जागो ग्राहक जागो का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तमाम पैमानों पर जांच कर उपभोक्ता को यह बता सकता है कि जिस वेबसाइट से वह सामान खरीदने की तैयारी कर रहे हैं वह सही है या फिर फर्जी तरीके से उनके साथ धोखाधड़ी कर सकती है.
उपभोक्ता मंत्रालय ने बताया कि पिछले कुछ सालों के दौरान मंत्रालय और अलग-अलग फोरम पर मिली करीब 28 लाख शिकायतों में से 23 लाख का निपटारा कर दिया गया है. उपभोक्ता मंत्रालय ने कोरोना कल का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौरान जब लोग घरों में थे और ऑनलाइन शॉपिंग काफी ज्यादा बढ़ गई थी, बड़ी संख्या में लोगों के साथ धोखाधड़ी किया गया था. कोरोना महामारी के दौरान कई वेबसाइट्स और ऐप्स ने ग्राहकों को आकर्षक ऑफर और भ्रामक छूट के जरिए लुभाया. उत्पाद या सेवाओं के लिए दिए गए वादे पूरे नहीं किए गए, जिससे उपभोक्ताओं को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा.