केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि देशभर में 52 लाख से अधिक किसान अब फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन (एफपीओ) से जुड़ चुके हैं, जिससे किसानों को फसल का बेहतर दाम मिल रहा है और उनकी उत्पादकता में भी वृद्धि हो रही है।
कृषि मंत्री ने कहा कि देश में वर्तमान में 1,100 से अधिक एफपीओ सक्रिय हैं, जिनका संयुक्त टर्नओवर 15,000 करोड़ रुपये से अधिक हो चुका है। उन्होंने बताया कि एफपीओ किसानों को थोक में इनपुट खरीदने, बेहतर सौदेबाजी करने और अपनी उपज का उचित मूल्य पाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “एफपीओ किसानों को आत्मनिर्भर बना रहे हैं। हम चाहते हैं कि यह योजना देश के और ज्यादा किसानों तक पहुंचे ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई ताकत मिल सके।”
गौरतलब है कि फरवरी 2020 के बजट में सरकार ने देशभर में 10,000 एफपीओ बनाने की घोषणा की थी। इसके लिए अगले पांच वर्षों के लिए 6,865 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया था।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 में 340 एफपीओ की बिक्री 10 करोड़ रुपये से अधिक रही, जबकि 1,100 से ज्यादा एफपीओ ने एक करोड़ रुपये से ऊपर की बिक्री दर्ज की। कुल मिलाकर, इन एफपीओ का संयुक्त टर्नओवर 15,282 करोड़ रुपये रहा।
इस दौरान नकली खाद, बीज और कीटनाशकों के मुद्दे पर पूछे गए सवाल के जवाब में कृषि मंत्री ने कहा, “नकली खाद और घटिया बीज किसानों के साथ धोखा है, इसे हम बड़ा पाप मानते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है- फैक्ट्रियों की सीलिंग से लेकर बड़े पैमाने तक छापेमारी जारी है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार का उद्देश्य किसानों के हितों की रक्षा करना और कृषि क्षेत्र को पारदर्शी व भरोसेमंद बनाना है।