23 बरस के नौजवान सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के शानदार अविजित शतक और साई सुदर्शन के साथ उनकी दूसरी विकेट की 193 की भागीदारी की बदौलत भारत ने मेहमान वेस्ट इंडीज के खिलाफ शुक्रवार को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में शुरू हुए दूसरे और आखिरी क्रिकेट टेस्ट मैच के पहले दिन टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 90 ओवर में अपनी पहली पारी में दो विकेट खोकर 318 रन का मजबूत स्कोर बनाया। तब यशस्वी 253 गेंद खेलकर 22 चौकों की मदद से 173 रन और कप्तान शुभमन गिल 78 गेंद खेलकर तीन चौकों की मदद से 20 रन बनाकर क्रीज पर थे।
यशस्वी और शुभमन अब तक तीसरे विकेट के लिए 67 रन की अटूट भागीदारी कर चुके हैं। भारत ने मेहमान वेस्ट इंडीज से दो टेस्ट की सीरीज का पहला टेस्ट एक पारी और 140 रन से जीत कर पहले ही 1-0 से आगे है। भारत ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ दूसरा टेस्ट भी जीतने की नींव रख दी है।
यशस्वी जायसवाल ने भारत के लिए अब जड़े सात टेस्ट शतकों में पांच शतकों में 150 या इससे ज्यादा रन बनाए हैं। भारत की धरती पर यशस्वी ने जिन तीन टेस्ट शतकों का रिकॉर्ड बनाया है, उनमें तीनों बार 150 या इससे ज्यादा रन बनाए हैं। यशस्वी ने वेस्ट इंडीज के बाएं हाथ के स्पिनर खियरे पियर की गेंद को कट कर एक रन दौड़ लगाकर 224 गेंद खेलकर 19 चौकों की मदद से 150 रन पूरे किए और अपने टेस्ट करियर में पांचवीं बार 150 रन का आंकड़ा पार किया।
डॉन ब्रेडमैन ने 24 बरस की उम्र से पहले आठ बार टेस्ट क्रिकेट में 150 या उससे अधिक रन बनाए थे। वेस्ट इंडीज के उपकप्तान और बाएं हाथ के स्पिनर जोमेल वरिकेन (2/60) वेस्ट इंडीज के सबसे सफल गेंदबाज रहे और पहले दिन उन्होंने केएल राहुल को लंच से पहले विकेटकीपर टेविन इमलाक के हाथों स्टंप कराने के बाद चायकाल के बाद साई सुदर्शन को एलबीडब्ल्यू आउट कराया। जोमेल वरिकेन को पहले दिन दोनों विकेट पिछले गेंदों से बहुत ज्यादा घूमी।
भारतीय बल्लेबाजों खासतौर पर यशस्वी जायसवाल और साई सुदर्शन ने वेस्ट इंडीज के गेंदबाजों को राहत नहीं दी। साई सुदर्शन भले ही खेल के आखिरी सत्र में 13 रन से अपना पहला टेस्ट शतक से चूक गए, लेकिन वरिकेन की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट होने से पहले उन्होंने गजब के नियंत्रण और अनुशासन के साथ खेल दिखाया। वेस्ट इंडीज के गेंदबाजों ने आगाज अनुशासित गेंदबाजी से किया, लेकिन जैसे-जैसे यशस्वी और सई सुदर्शन जमते गए, उनकी गेंदबाजी दिशाहीन होती चली गई।
शुभमन गिल ने पारी के 86वें ओवर की तेज गेंदबाज जेडन सील्स की पांचवीं गेंद को वाइड मिड ऑफ पर कट कर चौका जड़ भारत का स्कोर दो विकेट पर 300 रन किया। वेस्ट इंडीज ने 82 ओवर बाद दूसरी नई गेंद ली, तब भारत का पहला पारी स्कोर दो विकेट पर 290 था, यशस्वी 150 और कप्तान शुभमन गिल 15 रन बनाकर क्रीज पर थे।
यशस्वी जायसवाल के शतक और साई सुदर्शन के अविजित अर्धशतक की बदौलत भारत ने चायकाल तक अपनी पहली पारी में एक विकेट पर 220 रन बना लिए थे। तब यशस्वी 162 गेंद खेलकर 16 चौकों की मदद से 111 रन और साई सुदर्शन 132 गेंद खेलकर 11 चौकों की मदद से 71 रन बना कर क्रीज पर थे।
यशस्वी ने लंच के बाद अपने टेस्ट करियर का सातवां शतक पूरा किया और साई सुदर्शन ने अपने टेस्ट करियर का सर्वोच्च स्कोर बनाया। भारत के बाएं हाथ के दोनों बल्लेबाजों ने वेस्ट इंडीज के गेंदबाजों को पस्त किया और ये दोनों चायकाल तक दूसरे विकेट के लिए 40.3 ओवर में 162 रन जोड़ चुके थे।
साई सुदर्शन (87 रन, 162 गेंद, 12 चौके) चायकाल के करीब सवा घंटे बाद 69वें ओवर में वेस्ट इंडीज के बाएं हाथ के स्पिनर जोमेल वरिकेन की भीतर की ओर स्पिन होती गेंद को खेलने में चूक गए और गेंद उनके पिछले पैड पर लगी। अंपायर रिचर्ड इलिंगवर्थ ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट घोषित किया। भारत ने दूसरा विकेट 251 रन पर खो दिया।
यशस्वी जायसवाल ने पारी के 51वें और खियरे पियर के 12वें ओवर की पहली गेंद को स्क्वायर लेग के बीच से खेलकर दो रन लिए। 145 गेंद खेलकर 16 चौकों की मदद से अपना सातवां टेस्ट शतक पूरा किया। अपने शतक के बाद यशस्वी ने हेलमेट उतारा और दोनों हाथ ऊपर आसमान की ओर उठाकर ईश्वर और दर्शकों को अभिवादन दिया। पारी के शुरू में यशस्वी ने बहुत धैर्य दिखाया, लेकिन लंच के बाद पहले घंटे में गियर बदला और तेजी से 60 रन जोड़कर अपना शतक पूरा किया।
23 बरस की उम्र में यशस्वी जायसवाल ने अपना 26वां टेस्ट खेलते हुए सातवां शतक और 19वीं बार 50 से अधिक रन का स्कोर बनाया। लंच के बाद जेडन सील्स के छठे ओवर में उन्होंने तीसरे चौके के साथ अपना दसवां चौका लगाया और 84 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा कर भारत को पहली पारी में 100 से ऊपर पहुंचाया।
साई सुदर्शन ने लंच के बाद बाएं हाथ के स्पिनर खियरे पियर की गेंद पर एक्स्ट्रा कवर के बीच से चौका जड़ा और 87 गेंदों में नौ चौकों की मदद से अपना अर्धशतक पूरा किया। जस्टिन ग्रीव्स के अगले और छठे ओवर की पहली गेंद पर साई सुदर्शन (58) ने ड्राइव खेलने गए, लेकिन शॉर्ट मिडविकेट पर उपकप्तान जोमेल वरिकेन ने कैच टपकाया। तब भारत का स्कोर 1 विकेट पर 198 रन था।
भारत के कप्तान शुभमन गिल ने बतौर कप्तान अपने सातवें टेस्ट में पहली बार टॉस जीतकर शुक्रवार को अरुण जेटली स्टेडियम में वेस्ट इंडीज के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। बाएं हाथ के यशस्वी जायसवाल ने अनुभवी केएल राहुल के साथ संभलकर भारत की पहली पारी शुरू की। यशस्वी इंग्लैंड में बेन स्टोक्स के नेतृत्व में, और अहमदाबाद पहले टेस्ट में वेस्ट इंडीज के तेज गेंदबाज जेडन सील्स की गेंद को कट करने की कोशिश में आउट हुए थे।
यशस्वी ने शुक्रवार को खुद पर कट लगाने से बहुत देर तक परहेज किया, लेकिन तेज गेंदबाज एंडरसन फिलिप्स की गेंद को कट करने की कोशिश में चूके; संयोग से गेंद उनके बल्ले पर नहीं लगी। फिलिप्स ने गेंद को स्विंग जरूर कराया, लेकिन उनकी गेंदों में रफ्तार नहीं थी। केएल राहुल (38 रन, 54 गेंद, पांच चौके, एक छक्का) ने 16वें ओवर की चौथी गेंद को फ्लिक कर मिड विकेट पर चौका लगाया और भारत को 50 रन तक पहुंचाया।
केएल राहुल वेस्ट इंडीज के सबसे अनुभवी बाएं हाथ के स्पिनर जोमेल वरिकेन के पहले ओवर की तीसरी गेंद को तेजी से स्पिन होती गेंद को उड़ाने निकले, लेकिन विकेटकीपर टेविन इमलाक ने साफ गिल्लियां उड़ा कर उन्हें स्टंप आउट कर दिया। भारत ने पहला विकेट 58 रन पर 18वें ओवर में खो दिया।
भारत ने लंच तक 28 ओवर में 94 रन बनाए और केएल राहुल का विकेट खो दिया। तब यशस्वी 78 गेंद खेल कर सात चौकों की मदद से 40 रन और तीसरे नंबर पर आए साई सुदर्शन 36 गेंद खेल कर तीन चौकों की मदद से 14 रन बनाकर क्रीज पर थे।
लंच से पहले वेस्ट इंडीज के इकलौते सफल गेंदबाज बाएं हाथ के स्पिनर जोमेल वरिकेन का गेंदबाजी आंकड़ा था 6-1-21-1। वेस्ट इंडीज के गेंदबाजों के अनुशासित गेंदबाजी के बावजूद भारत के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने लंच से पहले आउट होने से पहले और यशस्वी ने रन बनाने का हर मौका भुनाया। केएल राहुल ने बाएं हाथ के स्पिनर खैरी पियर की गेंद पर छक्का भी लगाया।