- दीप्ति शर्मा ने 53 रन बनाने के साथ ही लिए 3 विकेट
- अमनजोत कौर ने खेली 57 रनों की बेहतरीन पारी
- स्नेह राणा ने 28 रनों की तेज पारी खेलने के साथ ही झटके 2 विकेट
ऑफ स्पिनर ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा (53 रन, 53 गेंद, तीन चौके व 3/54) और स्नेह राणा (अविजित 28 रन, 15 गेंद, दो छक्के, दो चौके व 2/32) के बल्ले व गेंद से कमाल की बदौलत भारत ने श्रीलंका के खिलाफ आईसीसी महिला वन डे क्रिकेट विश्व कप के उद्घाटन मैच में मंगलवार को गुवाहाटी में अपने मध्यक्रम के बुरी तरह लड़खड़ाने के बावजूद डकवर्थ-लुइस नियम के आधार पर 59 रन से जीत दर्ज कर अपना अभियान दमदार ढंग से शुरू किया।
भारत की जीत में अमनजोत कौर के किस्मत के सहारे जड़े अर्धशतक और उनकी दीप्ति के साथ सातवें विकेट की शतकीय भागीदारी ने अहम भूमिका निभाई। भारत की पारी के शुरुआती दस ओवर में बारिश आने पर मैच को प्रति टीम 47-47 ओवर का कर दिया गया था।
मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित की गई अनुभवी ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा (53) की ऑलराउंडर अमनजोत कौर (57 रन, 56 गेंद, एक छक्का, पांच चौके) के साथ सातवें विकेट की 104 रन तथा स्नेह राणा के साथ आठवें विकेट के लिए 3.4 ओवर में 47 रन की भागीदारी की बदौलत भारत ने मध्यक्रम में 26वें और 27वें ओवर में चार रन के भीतर चार विकेट गंवाने के बावजूद श्रीलंका द्वारा टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए बुलाए जाने पर निर्धारित 47 ओवर में 8 विकेट पर 269 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया।
इससे पहले मैच में पहले पॉवरप्ले में जब दस ओवर में एक विकेट पर 43 रन बने थे तब बारिश से खेल एक घंटे रुका और इसके चलते मैच को प्रति टीम 47-47 ओवर का कर दिया गया। सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना (8 रन, 10 गेंद, दो चौके) श्रीलंका की बाएं हाथ की स्विंग गेंदबाज उदेशिका प्रबोधिनी की गेंद पर डीप पॉइंट पर विष्मी गुणरत्ने को कैच दे बैठीं और भारत ने पहला विकेट 14 रन पर खो दिया।
स्मृति के आउट होने पर तीसरे नंबर पर आईं हरलीन देयोल ने सकारात्मक अंदाज में बल्लेबाजी शुरू की और लगातार चौके जड़े। भारत ने शुरू के दस ओवर में एक विकेट पर 43 रन बनाए थे। तब प्रतीका रावल 18 रन और हरलीन देयोल 15 रन पर खेल रही थीं। बारिश की वजह से खेल एक घंटे रुका।
सलामी बल्लेबाज प्रतीका रावल (37 रन, 57 गेंद, एक छक्का, तीन चौके) ने श्रीलंका की बाएं हाथ की स्पिनर इनोका रणवीरा की गेंद पर मिडविकेट पर कैच थमा दिया और भारत ने दूसरा विकेट 81 रन पर खोया। प्रतीका ने हरलीन देयोल के साथ दूसरे विकेट के लिए 67 रन की अहम भागीदारी निभाई।
भारत ने अपने 50 रन 84 गेंद में और 100 रन 139 गेंदों में पूरे किए। भारत ने 25 ओवर में दो विकेट पर 120 रन बनाए थे और तब हरलीन देयोल 48 रन पर खेल रही थीं। हरलीन ने पारी के 25वें ओवर में श्रीलंका की कप्तान और ऑफ स्पिनर चामरी अट्टापट्टू के खिलाफ 11 रन लिए। हरलीन (48 रन, 64 गेंद, छह चौके) 26वें ओवर में इनोका रणवीरा की गेंद पर कैच दे बैठीं और भारत ने तीसरा विकेट 120 रन पर खो दिया। जेमिमा रॉड्रिग्ज (0) उनकी अगली गेंद पर बोल्ड हो गईं।
भारत के स्कोर में एक रन और जुड़ा ही था कि कप्तान हरमनप्रीत कौर (21) इनोका की गेंद को हल्के से निकालने की कोशिश में विकेटकीपर अनुष्का संजीवनी को कैच थमा बैठीं और भारत ने पांचवां विकेट 121 रन पर खोया। विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष (2) अट्टापट्टू की गेंद पर कवर पॉइंट पर प्रबोधिनी को कैच थमा बैठीं और भारत ने छठा विकेट 124 रन पर खो दिया।
भारत ने 26वें और 27वें ओवर में चार रन के भीतर हरलीन देयोल (48), जेमिमा रॉड्रिग्ज (0), कप्तान हरमनप्रीत कौर (21) और ऋचा घोष (2) के रूप में चार विकेट गंवा दिए और स्कोर छह विकेट पर 124 रन हो गया। तब लगा कि भारत 200 रन तक भी नहीं पहुंच पाएगा। भारत ने श्रीलंका की सबसे कामयाब गेंदबाज बाएं हाथ की स्पिनर इनोका रणवीरा (4/46) के तीसरे ओवर में तीन रन के भीतर तीन विकेट गंवाए जबकि बाएं हाथ की स्विंग गेंदबाज उदेशिका प्रबोधिनी ने स्मृति मंधाना (8) और अमनजोत कौर (57) के विकेट लिए।
अमनजोत को तीन जीवनदान मिले और उन्होंने 44वें ओवर में प्रबोधिनी की गेंद पर मिडविकेट पर कैच थमा दिया। उनकी और दीप्ति की सातवें विकेट की 104 रन की भागीदारी यहीं टूटी और भारत ने सातवां विकेट 227 रन पर खोया। दीप्ति 47वें व अंतिम ओवर में अचिनी कुलसूर्या की धीमी गेंद पर डीप मिडविकेट पर सुगंधिका कुमारी को कैच थमा बैठीं और भारत ने आठवां विकेट 269 पर खो दिया।
जवाब में जीत के लिए श्रीलंका को 47 ओवर में डकवर्थ-लुइस नियम के आधार पर 271 रन का लक्ष्य मिला। दीप्ति शर्मा, स्नेह राणा, प्रतीका रावल (1/6) व बाएं हाथ की स्पिनर श्रीचारिणी (2/37) की स्पिन चौकड़ी ने आपस में आठ विकेट बांटकर ओपनर कप्तान चामरी अट्टापट्टू (43 रन, 47 गेंद, तीन छक्के, चार चौके) और हर्षिता विक्रम समरविक्रमा (27 रन, 45 गेंद, तीन चौके) की दूसरी विकेट की 52 रन की भागीदारी तथा निचले क्रम में नीलाक्षी डि सिल्वा की 35 रन की तेज पारी (29 गेंद, एक छक्का, चार चौके) के बावजूद श्रीलंका को 211 रन पर समेट कर भारत को जीत दिला दी।
श्रीलंका की ओपनर हंसिनी परेरा (14 रन, 20 गेंद, दो चौके) पारी के सातवें ओवर में भारत की तेज गेंदबाज क्रांति गौड़ की चौथी गेंद पर ड्राइव करने से चूक गईं और बोल्ड हो गईं। श्रीलंका ने पहला विकेट 30 रन पर खो दिया। ऑफ स्पिन ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने कप्तान चामरी अट्टापट्टू (43) को तेज घूमती गेंद पर बोल्ड कर उनकी और हर्षिता विक्रम समरविक्रमा की 52 रन की भागीदारी को तोड़ा। इसके बाद श्रीलंका की पारी फिर संभल नहीं पाई।
हर्षिता भारत की बाएं हाथ की स्पिनर श्रीचारिणी की गेंद को पुल करने से चूकीं और गेंद उनके पैड पर लगी। इस पर उनके रिव्यू लेने के बावजूद तीसरे अंपायर ने मैदानी अंपायर का फैसला कायम रखा और उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दिया गया। श्रीलंका ने तीसरा विकेट 102 रन पर खो दिया। इसके बाद अमनजोत कौर ने विष्मी गुणरत्ने (11 रन, 28 गेंद) को एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया।
दीप्ति शर्मा ने कविषा दिलहारी (15 रन, 12 गेंद, दो चौके) को विकेटकीपर ऋचा घोष के हाथों कैच कराया। इस पर अंपायर ने आउट नहीं दिया लेकिन भारत ने रिव्यू लिया और तीसरे अंपायर ने उन्हें आउट करार दिया। श्रीलंका ने पांचवां विकेट 130 रन पर खोया। विकेटकीपर बल्लेबाज अनुष्का संजीवनी ने दीप्ति शर्मा की गेंद को उड़ाने की कोशिश में शॉर्ट मिड ऑन पर अमनजोत कौर को कैच थमा दिया और श्रीलंका ने छठा विकेट 140 रन पर खो दिया।
नीलाक्षी डि सिल्वा (35, 29 गेंद, एक छक्का, चार चौके) स्नेह राणा की गेंद को पैडल स्वीप करने गईं और बोल्ड हो गईं। श्रीलंका ने सातवां विकेट 173 रन पर खोया। इससे दो गेंद पहले वह स्नेह की गेंद को उड़ाने गई थीं लेकिन डीप मिडवicket पर क्रांति गौड़ ने उनका कैच छोड़ दिया था। सुगंधिका कुमारी (10 रन, 19 गेंद) पारी के 37वें ओवर में स्नेह राणा की गेंद को उड़ाने की कोशिश में बोल्ड हो गईं और श्रीलंका ने आठवां विकेट 184 रन पर खो दिया।
अचिनी कुलसूर्या (17 रन, 31 गेंद, तीन चौके) ने श्रीचारिणी की गेंद को उड़ाने की कोशिश में लॉन्ग ऑन पर स्मृति मंधाना को कैच थमा दिया और श्रीलंका ने नौवां विकेट 44वें ओवर में 199 रन पर खो दिया। प्रतीका रावल ने इनोका रणवीरा (3 रन, 8 गेंद) को एलबीडब्ल्यू आउट कर श्रीलंका की पारी समेट दी और भारत को जीत दिलाई।