Trending News

 मारिया कोरिना मचाडो को मिला 2025 का नोबेल पीस प्राइज, वेनेजुएला की प्रमुख विपक्षी नेता हैं मारिया, लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए नोबेल पुरस्कार         तिरुपति में सहकारिता क्षेत्र की मजबूती पर राष्ट्रीय कार्यशाला, पैक्स, डेयरी और मत्स्य सहकारी समितियों के गठन और सुदृढ़ीकरण पर जोर         गाजा में लागू हुआ युद्धविराम, इजरायली कैबिनेट ने ट्रंप के पीस प्लान पर लगाई मुहर, 72 घंटे के अंदर सभी बंधकों को रिहा किया जाएगा         PM मोदी ने ट्रंप और नेतन्याहू से 'गाजा पीस प्लान' पर की बात, नेतन्याहू को बताया मजबूत नेता, कहा- किसी भी रूप में कहीं भी स्वीकार्य नहीं है आतंकवाद         ब्रिटिश प्रधानमंत्री और PM मोदी की बैठक में हुआ ट्रेड समझौता, PM मोदी बोले- दोनों देशों के बीच आसान होगा कारोबार, युवाओं को मिलेगा रोजगार, PM स्टार्मर बोले- भारत में कैंपस खोलेंगी ब्रिटेन की 9 यूनिवर्सिटी         देशभर में कफ-सिरप बनाने वाली कंपनियों की जांच करेगी सरकार, राज्यों से मांगी लिस्ट, 3 सिरप कोल्ड्रिफ, रेस्पिफ्रेश-टीआर और रिलाइफ की बिक्री और प्रोडक्शन पर भी रोक, MP में अब तक 25 बच्चों की मौत       

अगस्त में थोक महंगाई दर फिर से पॉजिटिव, खाद्य और जरूरी सामानों के दाम बढ़े

खाद्य पदार्थों और विनिर्मित वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि के चलते अगस्त 2025 में थोक महंगाई दर (WPI) दो महीने बाद फिर से पॉजिटिव होकर 0.52% पर पहुंच गई है।

Published: 11:39am, 16 Sep 2025

अगस्त महीने में त्य्होक महंगाई दर में एक बार फिर से उछाल आया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त 2025 में थोक मूल्य सूचकांक (WPI) महंगाई दर दो महीने की गिरावट के बाद 0.52% तक रही। पिछले दो महीनों में WPI नेगेटिव रहा, जिसमें जुलाई में -0.58% और जून में -0.19% दर दर्ज की गई थी। अगस्त 2024 में महंगाई दर 1.25% थी(see the generated image above)।

खाद्य और जरूरी सामानों की कीमतें बढ़ीं

WPI के आंकड़ों के अनुसार अगस्त महीने में खाद्य पदार्थों में 3.06% डिफ्लेशन दर्ज हुआ, जबकि जुलाई में यह 6.29% तक थी। इस दौरान सब्जियों की कीमतों में उल्लेखनीय तेजी देखी गई। जरूरी सामान एवं विनिर्मित वस्तुओं के मामलों में अगस्त में मुद्रास्फीति 2.55% रही, जो पिछले महीने 2.05% थी(see the generated image above)।

ईंधन और बिजली में गिरावट जारी

ईंधन और बिजली की श्रेणी में अगस्त 2025 में महंगाई दर -3.17% रही, जो जुलाई में -2.43% थी। यानी इस क्षेत्र में अभी भी कीमतों में कमी जारी है।

आम आदमी पर असर

थोक महंगाई में बढ़ोतरी से धीरे-धीरे खुदरा महंगाई (CPI) पर भी प्रभाव पड़ सकता है। खाने-पीने की वस्तुओं और रोजमर्रा के उपयोगी सामान महंगे होने से उपभोक्ताओं की जेब पर अतिरिक्त बोझ बढ़ने की संभावना है। हालांकि ईंधन और बिजली की कीमतों में गिरावट से फिलहाल थोड़ी राहत रहेगी

YuvaSahakar Desk

0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x