पुणे जिला केंद्रीय सहकारी बैंक (PDCC बैंक) ने पिछले सप्ताह मुख्यालय में अपना 108वां स्थापना दिवस उत्साहपूर्वक मनाया। इस अवसर पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के निदेशक सतीश मराठे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
मराठे ने अपने संबोधन में कहा कि PDCC बैंक सहकारी क्षेत्र के लिए एक आदर्श मॉडल है। उन्होंने राज्य और जिला सहकारी बैंकों के लिए नए बिजनेस मॉडल की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही, नई तकनीक अपनाने और विकास सोसाइटियों के माध्यम से जमा राशि को बढ़ाने की दिशा में काम करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक गाँव में एक विकास सोसायटी की स्थापना से ग्रामीण ऋण प्रवाह, किसानों की आय और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का राष्ट्रीय योगदान उल्लेखनीय रूप से बढ़ेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि मंत्री दत्तात्रय भराणे ने की। भराणे ने PDCC बैंक को किसानों की “माँ” बताते हुए बेहतर ग्राहक सेवा और समय पर सुविधाएँ उपलब्ध कराने पर बल दिया।
नाबार्ड की मुख्य महाप्रबंधक रश्मि दराड़ ने प्राथमिक कृषि साख समितियों (PACS) और तकनीकी क्षेत्र में बैंक के योगदान की सराहना करते हुए युवाओं को सहकारी उद्यमों से जुड़ने का आह्वान किया।
इस अवसर पर सहकार आयुक्त दीपक तावरे, बैंक के अध्यक्ष प्रो. डॉ. दिगंबर दुर्गाडे, उपाध्यक्ष सुनील चंदेरे समेत अन्य निदेशक, पदाधिकारी और सहकारी क्षेत्र के नेता उपस्थित रहे।
अध्यक्ष प्रो. डॉ. दुर्गाडे ने बैंक की 108 वर्ष की यात्रा और भविष्य की रूपरेखा प्रस्तुत की, जबकि मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिरुद्ध देसाई ने आभार व्यक्त किया।