कोऑपरेटिव बैंक ऑफ इंडिया (COBI) ने 2 और 3 सितंबर 2025 को क्रमशः KRIBHCO और IFFCO के कर्मचारियों के लिए “सहकारिता विचार और उसका प्रबंधन” विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया।
KRIBHCO में प्रशिक्षण
KRIBHCO में यह कार्यक्रम नए नियुक्त कर्मचारियों के लिए आयोजित किया गया था। इसमें सहकारी मॉडल, प्रबंधन प्रणाली और बहु-राज्य सहकारी समितियाँ अधिनियम (MSCS Act) में हुए हाल के बदलावों पर चर्चा हुई।
सत्रों में अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के महत्व, सहकारी ढांचे में कर्मचारियों के प्रदर्शन और सरकार की बदलती नीतियों पर भी प्रकाश डाला गया।
समापन सत्र में वरिष्ठ प्रबंधक (HR) डी.के. यादव मौजूद रहे। उन्होंने COBI के प्रयासों की सराहना की। प्रतिभागियों ने सुझाव दिया कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों की अवधि दो से तीन दिन की होनी चाहिए।
IFFCO में प्रशिक्षण
IFFCO में प्रशिक्षण का मुख्य फोकस सहकारिता क्षेत्र में हो रहे नए विकास और राष्ट्रीय सहकारी नीति पर था।
उद्घाटन सत्र में आईटी निदेशक मनीष गुप्ता और संतोष शुक्ला उपस्थित रहे। इस दौरान कर्मचारियों ने सवाल-जवाब और चर्चा में सक्रिय भागीदारी की। उन्होंने कार्यक्रम से संतुष्टि जताई और कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण सभी IFFCO कर्मचारियों को मिलने चाहिए।
COBI का सहयोग और नई पहल
COBI के प्रबंध निदेशक डॉ. वी.के. दुबे ने KRIBHCO और IFFCO दोनों का सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि आगे भी ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी रहेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की कि COBI ने सहकारी बैंकिंग और प्रबंधन के लिए कई अल्पकालिक और एक वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू किए हैं, जिससे इस क्षेत्र में ज्ञान और मजबूत होगा।