महाराष्ट्र की महायुति सरकार के मंत्रिमंडल का आखिरकार विस्तार हो गया है। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 23वें दिन रविवार को नागपुर में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। 33 साल बाद राज्य की उपराजधानी नागपुर में कैबिनेट का विस्तार और मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की कैबिनेट में दो डिप्टी सीएम और 39 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। इनमें 33 कैबिनेट और 6 राज्य मंत्री शामिल हैं। महाराष्ट्र में विधानसभा सीटों की संख्या के लिहाज से कैबिनेट में सीएम सहित कुल 43 सदस्य रखे जा सकते हैं। सीएम, डिप्टी सीएम और मंत्रियों के साथ कैबिनेट में कुल 42 सदस्यों को नियुक्त किया गया है। एक सीट अभी खाली रखी गई है। दो-तीन दिन में इन मंत्रियों के विभाग का बंटवारा हो जाएगा।
फडणवीस सरकार में भाजपा कोटे से 19, शिवसेना से 11 और एनसीपी कोटे से 9 मंत्री बनाए गए हैं। शिंदे सरकार के 12 मंत्रियों को नई सरकार में जगह नहीं मिली हैं। इनमें भाजपा के सुधीर मुनगंटीवार, एनसीपी के छगन भुजबल जैसे कद्दावर नेता भी शामिल हैं। साथ ही, पूर्व मुख्यमंत्री और अब डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के करीबी अब्दुल सत्तार एवं दीपक केसरकर का भी पत्ता फडणवीस सरकार में कट गया है।
शिंदे सरकार में मंत्री रहे भाजपा के 4, शिवसेना के 3 और एनसीपी के 5 मंत्रियों को नई सरकार में जगह नहीं मिली है। इस सरकार में 19 नए विधायकों को मंत्री बनाया गया है। महायुति सरकार में 4 महिलाओं ( भाजपा-3, एनसीपी-1) और 1 मुस्लिम (एनसीपी) को जगह मिली है। सबसे युवा मंत्री एनसीपी की अदिति तटकरे (36) और सबसे उम्रदराज मंत्री भाजपा के गणेश नाइक (74) हैं।
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मंत्रिमंडल विस्तार के बाद कहा कि मंत्रियों के परफॉर्मेंस का ऑडिट किया जाएगा। जिनका परफॉर्मेंस अच्छा नहीं होगा उनके बारे में पुनर्विचार करेंगे। डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने कहा कि शपथ लेने वाले मंत्रियों का कार्यकाल ढाई साल का होगा। इसके बाद नए चेहरों को मौका दिया जाएगा।