भारत अपने शुरू के दो मैचों में पहले चीन और जापान पर संघर्षपूर्ण जीत के साथ पहले ही 12वें पुरुष हॉकी एशिया कप में सोमवार को सुपर 4 में स्थान पक्का कर चुका था। भारत के कजाकिस्तान के खिलाफ अपने अंतिम पूल मैच में हॉकी प्रेमी अपने स्ट्राइकर अभिषेक के चार, सुखजीत सिंह व मनदीप सिंह से गोल की बारिश देखने आए थे और उन्हें निराश नहीं होना पड़ा।
अभिषेक के चार, सुखजीत सिंह व जुगराज सिंह की इस टूर्नामेंट की अपनी-अपनी हैट्रिक, तथा कप्तान ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह, अमित रोहिदास, राजिंदर, संजय और दिलप्रीत सिंह के एक-एक गोल की बदौलत भारत ने कजाकिस्तान को 15-0 से हराकर अपनी और टूर्नामेंट की सबसे बड़ी और लगातार तीसरी जीत के साथ पूल ए में शीर्ष स्थान पाया। कजाकिस्तान ने स्कूप कर गेंद को अपनी डी से बाहर करने की रणनीति अपनाई लेकिन गेंद ज्यादा दूर तक जा ही नहीं पाई और भारतीय स्ट्राइकरों ने बीच में ही गेंद को रोककर उन्हें आगे निकलने न देकर जवाबी हमले बोल दनादन गोल दागे।
अभिषेक ने शुरू के आठ मिनट में दो मैदानी गोल दागने के बाद 20वें मिनट में अपना तीसरा गोल कर अपनी इस टूर्नामेंट की पहली हैट्रिक पूरी की। अभिषेक ने तेज आगाज किया और मैच के शुरू के आठ मिनट में दो बेहतरीन गोल कर भारत को 2-0 से आगे कर दिया और पहला क्वॉर्टर खत्म होने से दो मिनट पहले अभिषेक के पास पर सुखजीत सिंह ने गोल कर भारत को 3-0 से आगे कर दिया।
अभिषेक ने दूसरे क्वॉर्टर के पांचवें मिनट में अपना तीसरा गोल कर हैट्रिक पूरी कर भारत की बढ़त 4-0 कर दी और चार मिनट बाद जुगराज सिंह ने तीसरे पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर स्कोर 5-0 किया और दो मिनट बाद पेनल्टी कॉर्नर पर मैच का पहला गोल कर भारत को आधा दर्जन गोल की बढ़त दिला दी। अमित रोहिदास ने छठे पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर भारत की बढ़त 7-0 कर दी।
अभिषेक को गलत ढंग से रोकने पर तीसरे क्वॉर्टर के पहले मिनट में मिले पेनल्टी स्ट्रोक पर जुगराज सिंह ने गोल कर भारत को 8-0 से आगे कर दिया। अगले एक मिनट में पहले मनदीप के पास पर राजिंदर सिंह ने और फिर सुखजीत सिंह ने मनदीप के पास पर गोल कर तीसरे क्वॉर्टर के दूसरे ही मिनट में मैच का अपना दूसरा गोल कर भारत की बढ़त 10-0 कर दी।
सुखजीत सिंह ने तीसरे क्वॉर्टर के आठवें मिनट में तीसरा गोल कर अपनी हैट्रिक पूरी की और भारत को 11-0 से आगे कर दिया। जुगराज सिंह ने 47वें मिनट में दूसरे पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर अपनी हैट्रिक पूरी की और भारत को 12-0 से आगे कर दिया। संजय ने 54वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर और दिलप्रीत ने गोल कर स्कोर 14-0 कर दिया। अभिषेक ने खेल खत्म होने से मिनट भर पहले अपना चौथा गोल कर भारत को 15-0 से मैच जिता दिया।
वहीं एक अन्य मैच में काजूमासा मात्सुमोतो के दो गोल की बदौलत दो बार पिछड़ने के बाद जापान की टीम चीन से अपना मैच 2-2 से ड्रॉ कराने के बावजूद गोल अंतर में उससे पिछड़कर सुपर 4 में स्थान पाने की होड़ से बाहर हो गई। जीत की तलाश में आखिर पांच मिनट में अपने गोलरक्षक ताकाशी योशीकावा को हटाने के बाद कोसाई कवाबे ने खेल खत्म होने से दो मिनट पहले डी के भीतर कमजोर शॉट जमाया लेकिन गोल करने का मौका खो दिया और चीन के हाथ विजयी गोल दागने का मौका फिसल गया।
चीन को मैच में दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन दोनों बेकार गए जबकि जापान को मिले तीसरे और आखिरी पेनल्टी कॉर्नर पर काजूमासा मात्सुमोतो ने उसे 2-2 की बराबरी दिला दी। चीन ने कजाकिस्तान पर 13-0 से बड़ी जीत की बदौलत +11 के गोल अंतर से पूल ए में दूसरा स्थान पाया। चीन ने तीन मैचों से जापान की तरह एक जीत, एक हार, एक ड्रॉ की बदौलत चार-चार अंक पाए।
जापान को अब 2026 में नीदरलैंड व बेल्जियम में होने वाले विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई करने हेतु क्वॉलिफायर खेलना पड़ेगा। चांगलियांग लिन ने जापानी रक्षापंक्ति के खिलाड़ी के स्कूप को संभालकर सातवें मिनट में डी में पहुंचकर गोलरक्षक ताकाशी योशीकावा को छकाते हुए गेंद को गोल में डालकर चीन का खाता खोला।
जियाओजिया झांग ने 25वें मिनट में फिर जापान की रक्षापंक्ति की चूक को भुनाते हुए गोल कर चीन को 2-0 से आगे कर दिया। जापान के काजूमासा मात्सुमोतो ने लंबे स्लैप शॉट पर डी के भीतर बस अपनी स्टिक से गेंद को गोल में डाल स्कोर कर दिया। इसके बाद जापान ने एक और गोल दागकर मैच में बराबरी कर ली लेकिन इसके बावजूद जापान की टीम सुपर 4 में स्थान नहीं पा सकी और उसका सफ़र एशिया कप में समाप्त हो गया।