भारत (India) के कप्तान और ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह (Harmanpreet Singh) तीसरे क्वॉर्टर में पेनल्टी स्ट्रोक को चूक खलनायक बनते-बनते और फिर हैट्रिक जमा एशिया की नंबर एक और दुनिया की सातवें नंबर की टीम भारत को 23वें नंबर की टीम चीन (China) के खिलाफ 12वें पुरुष हॉकी एशिया कप (Hockey Asia Cup) के पहले दिन पूल ए में शुक्रवार को 4-3 से हराकर उसकी जीत के नायक बन गए। चीन (China Hockey) के गोलरक्षक विहाओ वांग ने खासतौर पर पहले और तीसरे क्वॉर्टर में बेहतरीन बचाव किए, अन्यथा भारत (Hockey India) इस मैच को कहीं बड़ी अंतर से और आसानी से यह मैच जीतता। भारत के लिए अहम बात यह रही कि उसने जीत के साथ आगाज कर पूरे तीन अंक पाए। भारत के लिए तीनों गोल गोलरक्षक कृष्ण बहादुर पाठक ने पहले और तीसरे क्वॉर्टर में खाए। भारत के मनप्रीत का पहले क्वॉर्टर के शुरू में सुखजीत सिंह के तीसरे क्वॉर्टर में गोल अमान्य किए। चीन ने दूसरे और तीसरे क्वॉर्टर में अपनी पूरी ताकत गोल करने पर लगा दी और खासतौर पर युआन लिन लू और दो गोल करने वाले बेनहाई चेन ने भारत की रक्षापंक्ति का इम्तिहान लिया। तीसरे अंपायर के भारत को दिए पेनल्टी स्ट्रोक को छोड़ रेफरल पर ज्यादा फैसले भारत के खिलाफ गए। भारत की रक्षापंक्ति में अभिषेक, सुखजीत और मंदीप सिंह को हमले बोलते वक्त जोश के साथ होश की भी जरूरत है।
दाइन सान की टूर्नामेंट की पहली हैट्रिक और जिहुन यांग के दो तथा सियोंग यो तथा यूनहो कोंग के एक-एक गोल की बदौलत दक्षिण कोरिया ने पूल में सुबह के पहले मैच में 7-0 से हराया। वहीं कोजी यामासाकी के दो गोल से जापान ने पूल ए के पहले मैच में कजाकिस्तान को 7-0 से हराया। वहीं पूल में मलयेशिया ने एक गोल से पिछड़ने के बाद बांग्लादेश को 4-1 से हराया।
भारत के लिए चीन के खिलाफ अभिषेक और सुखजीत सिंह ने आक्रामक अंदाज में किया और दूसरे मिनट में टीम को पेनल्टी कॉर्नर दिलाया लेकिन इस पर स्टापर से गेंद ही नहीं रुकी लेकिन राज कुमार पाल के पीछे चीनी खिलाड़ी को धकियाने के बाद गेंद हार्दिक को मिली और उनके पास पर मंदीप सिंह ने गोल में डाली और इस पर चीनी टीम ने रिव्यू लिया और यह गोल अमान्य कर दिया। दिलप्रीत सिंह दाएं से गेंद को लेकर निकले, उनके डी के भीतर तेज शॉट को चीन के गोलरक्षक वीहाओ वांग ने रोक कर बेकार कर दिया। चीन ने खेल के रुख के उलट दखने गोल कर अपनी टीम को 12वें मिनट में 1-0 से आगे कर दिया। भारत को पहला क्वॉर्टर खत्म होने से ठीक पहले मैच का दूसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन इस कप्तान ड्रैग फ्लिकर ने गेंद को के बाएं से फ्लिक कर बाहर मार दिया।
भारत का दूसरे क्वॉर्टर में जोश के साथ होश से बोलें हमले की बदौलत जुगराज सिंह ने तीसरे पेनल्टी कॉर्नर पर अचूक फ्लिक से गोल कर एक-एक की बराबरी दिला दी। हार्दिक के प्रयास पर मिले मैच के चौथे पेनल्टी कॉर्नर पर कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने अचूक फ्लिक से गोल कर भारत मैच के 20वें मिनट में 2-1 से आगे कर दिया। मनदीप सिंह को डी में गलत ढंग से रोकने पर मिले छठे पेनल्टी कॉर्नर पर मनप्रीत ने खुद ही रोक कर हॉकी घुमा कर गोल करने की कोशिश में गेंद गंवा दी। हरमनप्रीत सिंह द्वारा लिए तीसरे पेनल्टी कॉर्नर पर तेज फ्लिक को चीन के गोलरक्षक विहाओ वांग ने रोक भारत को अपनी बढ़त बढ़ाने से रोक दिया। सुखजीत सिंह ने अगले ही मिनट डी में पहुंच तेज शॉट जमाया लेकिन रेफरल पर तीसरे अंपायर ने भारत का मैच का दूसरा गोल अमान्य कर दिया।
कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने तीसरे क्वॉर्टर के दूसरे मिनट में सातवें पेनल्टी कॉर्नर पर मैच का अपना दूसरा गोल कर भारत को 3-1 से आगे कर दिया। दो मिनट बाद चीन के बेनहाई चेन ने रेफरल पर मैच हासिल चौथे पेनल्टी कॉर्नर गोल कर स्कोर 3-2 कर दिया। चीन का गोल अगले मनदीप सिंह को चीन के गोलरक्षक विहाओ वांग ने गिराया और मैच के 38वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक हासिल किया लेकिन हरमनप्रीत ने गोलस्तंभ पर पुश कर गोल करने का मौका गंवा लिया। चीन के बेनहाई चेन ने 41वें मिनट पांचवें पेनल्टी कॉर्नर पर मैच का अपना दूसरा गोल कर चीन को तीन-तीन की बराबरी दिला दी। हरमनप्रीत सिंह ने लगातार मिले तीसरे और मैच के अंतिम आठवें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को मैच के 47वें मिनट में गोल में बदल कर अपनी हैट्रिक पूरी कर भारत को 4-3 से आगे कर दिया। भारत के फुलबैक जर्मनप्रीत सिंह को रफ टैकल पर 52वें मिनट में पीला कार्ड दिखा कर मैदान से बाहर भेज दिया गया। भारत ने ठीक से अपनी बढ़त को बरकरार रख पूरे अंक पाए।