गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य में सहकारी क्षेत्र को मजबूत बनाने के उद्देश्य से सहकारी नेताओं की कार्यशाला का शुभारंभ किया। यह कार्यशाला अंतरराष्ट्रीय सहकारी वर्ष-2025 के उत्सव का हिस्सा है और इसका उद्देश्य सहकारी क्षेत्र में समान अवसर और स्थायित्व को बढ़ावा देना है।
कार्यशाला का आयोजन गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में किया गया है। इस अवसर पर गुजरात विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। इसके साथ ही कृषि मंत्री राघवजी पटेल और वन एवं पर्यावरण मंत्री मुलुभाई बेड़ा भी मौजूद रहेंगे, जो सरकार की सहकारी आंदोलन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
कार्यशाला में सहकारी क्षेत्र के प्रमुख हस्तियों ने अपने विचार साझा किए। इसमें डीलीप सांगानी (NCUI-IFFCO), अजय पटेल (गुजरात राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष) और अशोक चौधरी (गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ) शामिल हैं। इनके अनुभव और सुझाव कार्यशाला को और प्रभावशाली बनाने में मदद करेंगे।
इस कार्यक्रम में जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के निदेशक और अन्य सहकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे, जिससे गुजरात के सहकारी क्षेत्र का व्यापक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित होगा।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि सहकारी संस्थाएं समाज और अर्थव्यवस्था के विकास में अहम भूमिका निभाती हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में “Cooperatives Build the Better World” के विज़न को राज्य स्तर पर लागू करना हमारा लक्ष्य है।
कार्यशाला में सहकारी क्षेत्र की चुनौतियों, नई योजनाओं और नीतियों पर चर्चा की जाएगी और इससे गुजरात में सहकारी संस्थाओं की क्षमता और प्रभावशीलता बढ़ाने में मदद मिलेगी।