केंद्र सरकार (Government Of India) ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) का लाभ अधिक से अधिक किसानों (Farmers) तक पहुंचाने का निर्णय लिया है। इसके लिए खरीफ सीजन के दौरान 16 अगस्त से 30 अगस्त तक इस योजना के अंतर्गत एक विशेष अभियान चलाया जाएगा ताकि अधिक से अधिक किसान बीमा सुरक्षा कवच के अंतर्गत आ सकें। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने मंगलवार को आयोजित एक वर्चुअल बैठक में देशभर के सार्वजनिक, निजी और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के शीर्ष अधिकारियों एवं विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए ये निर्देश जारी किए हैं।
बैठक में मंत्री ने स्वयं सहायता समूहों (Self Help Groups – SHGs) की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के अंतर्गत वर्तमान में देशभर में 90.90 लाख SHG सक्रिय हैं, जिनसे 10 करोड़ से अधिक बहनें जुड़ी हुई हैं। इन समूहों को अब तक बैंकों द्वारा 11 लाख करोड़ रुपये का ऋण प्रदान किया गया है, जिसे कृषि मंत्री ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया।
उन्होंने ‘लखपति दीदी’ अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि 3 करोड़ बहनों को लखपति बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें अभी तक डेढ़ करोड़ बहनों को जोड़ा जा चुका है। उन्होंने बैंकों से आग्रह किया कि केवल सामूहिक ऋण तक सीमित न रहें, बल्कि व्यक्तिगत ऋण की व्यवस्था भी सुनिश्चित करें ताकि महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने यह भी बताया कि SHG बहनों का NPA दर मात्र 0.7% है, जो उनकी ईमानदारी और समर्पण को दर्शाता है।
कृषि मंत्री ने बैंकों को चेताया कि किसानों को ऋण प्रक्रिया में अनावश्यक परेशान न किया जाए। उन्होंने शिकायतों का हवाला देते हुए कहा कि कई बैंक 2 लाख रुपये से कम के ऋण पर भी गारंटी और सिबिल स्कोर की मांग करते हैं, जिससे किसानों को ऋण लेने में कठिनाई होती है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि किसानों और SHG महिलाओं को ऋण प्राप्त करने में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए।