भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की एंडरसन-तेंडुलकर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट के पहले दिन, बुधवार को ट्रेंट ब्रिज, मैनचेस्टर में पहले बल्लेबाजी की दावत पाकर मजबूत शुरुआत की। सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के अर्द्धशतक और अपने सलामी जोड़ीदार केएल राहुल के साथ पहले विकेट के लिए 94 रन की साझेदारी, साई सुदर्शन के अपने मात्र दूसरे टेस्ट में पहले जुझारू अर्द्धशतक, और ऋषभ पंत के साथ चौथे विकेट के लिए 72 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की बदौलत भारत ने 83 ओवर में पहली पारी में चार विकेट खोकर 264 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया। पहले दिन का खेल समाप्त होने के समय रवींद्र जडेजा और शार्दूल ठाकुर, दोनों 19-19 रन बनाकर क्रीज पर थे।
दिन की शुरुआत में, यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल की सलामी जोड़ी ने पहले घंटे में संभलकर बल्लेबाजी की। भारत ने पहले 10 ओवर में बिना किसी नुकसान के 27 रन बनाए। 11 ओवर के बाद इंग्लैंड ने गेंदबाजी में बदलाव करते हुए जोफ्रा आर्चर की जगह ब्रायडन कार्स को उतारा, जब भारत का स्कोर 31 रन था। केएल राहुल ने क्रिस वॉक्स के तीसरे ओवर की दूसरी गेंद पर अपनी पारी का दूसरा चौका लगाकर इंग्लैंड में अपने 1,000 टेस्ट रन पूरे किए। जायसवाल ने ब्रायडन कार्स के चौथे ओवर की चौथी गेंद को तेज कट करके अपनी पारी का चौथा चौका जड़ा, जिससे भारत का स्कोर 17.4 ओवर में 52 रन पर पहुंच गया। पहले घंटे में भारतीय बल्लेबाजों ने छह में से पांच चौके ब्रायडन कार्स की गेंदों पर लगाए। क्रिस वॉक्स ने अपने शुरुआती सात ओवर में दो मेडन फेंके और 23 रन दिए। जोफ्रा आर्चर के शुरुआती पांच ओवर में केएल राहुल ने उनकी 30 में से 25 गेंदें खेलीं। वॉक्स ने लगातार आठ ओवर फेंके, लेकिन 17वें ओवर में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने गेंदबाजी की बागडोर संभाली।
लंच तक भारत ने 26 ओवर में बिना किसी नुकसान के 78 रन बनाए। लंच से पहले जोफ्रा आर्चर की गेंद पर यशस्वी जायसवाल ने एक चौका और बेन स्टोक्स की गेंद पर एक छक्का लगाया। जायसवाल ने अपने मिजाज के विपरीत धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी की और ऑफ स्टंप के बाहर खासे आश्वस्त दिखे। लॉर्ड्स में तीसरे टेस्ट की पहली पारी में वह जोफ्रा आर्चर की शानदार गेंद पर और दूसरी पारी में उनकी उछाल लेती गेंद को उड़ाने की कोशिश में आउट हुए थे। इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों—जोफ्रा आर्चर, क्रिस वॉक्स, ब्रायडन कार्स और कप्तान बेन स्टोक्स—ने कसी हुई गेंदबाजी की।
लंच के बाद भारत ने अपनी पारी को 26 ओवर में बिना नुकसान के 78 रन से आगे बढ़ाया, लेकिन अगले 26 ओवर में 71 रन जोड़ने के दौरान तीन विकेट गंवा दिए। केएल राहुल (46 रन, 98 गेंद, चार चौके) लंच के बाद अपने स्कोर में छह रन जोड़कर क्रिस वॉक्स के 10वें और पारी के 30वें ओवर की आखिरी गेंद पर आउट हुए। ऑफ स्टंप के बाहर जाती गेंद को बैकफुट पर खेलने की कोशिश में गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर उछली, और जाक क्रॉली ने तीसरी स्लिप में कैच लपक लिया। भारत ने पहला विकेट 94 रन पर खोया।
यशस्वी जायसवाल (58 रन, 107 गेंद, एक छक्का और 10 चौके) ने ब्रायडन कार्स की गेंद को पॉइंट पर खेलकर एक रन लेकर अपना अर्द्धशतक 96 गेंदों में एक छक्के और नौ चौकों की मदद से पूरा किया। हालांकि, लंच के बाद वह आठ साल बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी करने वाले इंग्लैंड के बाएं हाथ के स्पिनर लियाम डॉसन की गेंद पर आउट हुए। ऑफ स्टंप पर पिच होने वाली गेंद, जो जरा घूमी, को रक्षात्मक ढंग से खेलने की कोशिश में जायसवाल ने पहली स्लिप में हैरी ब्रूक को कैच थमा दिया। भारत ने 41वें ओवर की पहली गेंद पर 120 रन पर दूसरा विकेट खोया। जायसवाल ने आउट होने से पहले साई सुदर्शन के साथ दूसरे विकेट के लिए 26 रन जोड़े।
जब भारत का स्कोर दो विकेट पर 139 रन था, तब साई सुदर्शन (20 रन) को बेन स्टोक्स के सातवें ओवर की तीसरी गेंद पर जीवनदान मिला। लेग स्टंप के बाहर जाती गेंद को खेलने की कोशिश में गेंद उनके बल्ले से लगकर विकेटकीपर स्मिथ के पास गई, लेकिन स्मिथ ने कैच टपका दिया। अगले ओवर में भारत के कप्तान शुभमन गिल (12 रन, 23 गेंद, एक चौका) बेन स्टोक्स की गेंद पर शॉट नहीं खेले और अंपायर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट करार दिया। गिल ने रिव्यू लिया, लेकिन तीसरे अंपायर ने मैदानी अंपायर का फैसला बरकरार रखा। भारत ने तीसरा विकेट 140 रन पर खोया।
चायकाल तक भारत ने 52 ओवर में तीन विकेट खोकर 149 रन बनाए। चायकाल के बाद साई सुदर्शन और ऋषभ पंत ने पारी को तीन विकेट पर 149 रन से आगे बढ़ाया। दोनों ने पहले घंटे में ड्रिंक्स ब्रेक तक 63 रन जोड़कर भारत का स्कोर 212 रन तक पहुंचाया। साई सुदर्शन ने जो रूट के 69वें ओवर की दूसरी गेंद को कवर के बीच ड्राइव करके अपना छठा चौका लगाया और 133 गेंदों में अपने टेस्ट करियर का पहला अर्द्धशतक पूरा किया।
हालांकि, ड्रिंक्स ब्रेक से ठीक पहले ऋषभ पंत क्रिस वॉक्स की गेंद पर रिवर्स स्वीप की कोशिश में अपने दाएं पैर में गंभीर चोट खा बैठे। गेंद उनके जूते पर लगी, जिससे पैर में सूजन आ गई, और उन्हें मैदान से हटना पड़ा। मैदान छोड़ने से पहले पंत ने 48 गेंदों में दो चौकों और एक छक्के की मदद से 37 रन बनाए, जबकि सुदर्शन 132 गेंदों में पांच चौकों के साथ 48 रन बनाकर खेल रहे थे। पंत ने सुदर्शन के साथ चौथे विकेट के लिए 72 बेशकीमती रन जोड़े, जिससे भारत की पारी संभली।
पंत के रिटायर्ड हर्ट होने के बाद रवींद्र जडेजा साई सुदर्शन का साथ देने क्रीज पर उतरे। सुदर्शन और अच्छी लय में दिख रहे थे, लेकिन 74वें ओवर में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की शॉट पिच गेंद को पुल करने की कोशिश में लॉन्ग लेग पर ब्रायडन कार्स को कैच थमा बैठे। सुदर्शन ने 61 रन (151 गेंद, सात चौके) बनाए, और भारत ने 235 रन पर चौथा विकेट खोया।
पहले दिन का खेल समाप्त होने पर रवींद्र जडेजा (37 गेंद, तीन चौके) और शार्दूल ठाकुर (36 गेंद, तीन चौके) 19-19 रन बनाकर नाबाद थे। इंग्लैंड के लिए दूसरा दिन महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि दूसरी नई गेंद गुरुवार सुबह जल्द उपलब्ध होगी, और वे भारत की पहली पारी को जल्द समेटने की कोशिश करेंगे। भारत का बड़ा स्कोर खड़ा करना अब बहुत हद तक ऋषभ पंत के दाएं पैर के घुटने के स्कैन के नतीजों पर निर्भर करता है, कि क्या वह गुरुवार को पहली पारी में बल्लेबाजी के लिए वापस आ पाएंगे।