उत्तर प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन को बढ़ावा देने और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से एक महत्वाकांक्षी योजना चला रही है। इस योजना का नाम है ‘गोपालक योजना’। इस योजना के तहत राज्य सरकार इच्छुक पशुपालकों को 9 लाख रुपये तक का बैंक लोन उपलब्ध करा रही है।
गोपालक योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के युवाओं को डेयरी फार्मिंग के क्षेत्र में स्वरोजगार की दिशा में प्रेरित करना है। इससे न सिर्फ डेयरी उद्योग को बढ़ावा मिलेगा बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
इस योजना से लाभार्थी को बैंक के माध्यम से मिलेगा 9 लाख तक का लोन मिलेगा। साथ ही योजना का लाभ गाय, भैंस, बकरी आदि दुधारू पशुओं की खरीद के लिए उठाया जा सकता है। सरकार का मानना है कि इससे पशुपालन क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आएंगे और किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी होगी।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य पशुपालकों को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करना एंव आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाना है। इसके अलावा दुधारू पशुओं की खरीद में आर्थिक सहायता देना है।
कौन कर सकता है आवेदन
- आवेदक उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए।
- बेरोजगार युवा या पशुपालक होना आवश्यक है।
- आवेदक के पास पहले से 4-5 दुधारू पशु या 10-20 गाय होनी चाहिए।
- सालाना आय 1 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- पशुओं को रखने के लिए उचित स्थान होना जरूरी, जिसका निर्माण लाभार्थी को स्वयं करना होगा।
- योजना के तहत सिर्फ स्वस्थ पशुओं की ही खरीद मान्य होगी, और ये पशु मेले से ही खरीदे जाने चाहिए
आवेदन की प्रक्रिया
गोपालक योजना के तहत आवेदन की प्रक्रिया ऑफलाइन माध्यम से की जाएगी, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के लोग आसानी से इसका लाभ उठा सकें।