प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का घाना पहुंचने पर अकरा में भारतीय समुदाय के लोगों ने दिलचस्प अंदाज में स्वागत किया. हार्दिक भाव-भंगिमा में, घाना के युवा बच्चों के एक समूह ने भक्तिपूर्ण मंत्र “हरे राम हरे कृष्णा” के साथ उनका स्वागत किया। पीएम मोदी के होटल पहुंचते ही स्थानीय लोगों सहित सैकड़ों लोगों ने “मोदी-मोदी”, “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम” के नारे लगाए। इससे पहले घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा ने ऐतिहासिक यात्रा के महत्व को दर्शाते हुए विशेष भाव से कोटोका इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का स्वागत किया। एयरपोर्ट पर पर PM को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा ने पीएम मोदी को अपने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया। PM मोदी ने अपने सोशल मीडिया हेंडल एक्स पर पोस्ट कर कहा- मैं घाना के लोगो को और सरकार को मुझे ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना देने के लिए धन्यवाद करता हूं। यह सम्मान हमारें युवाओँ के उज्ज्वल भविष्य, उनकी आकांक्षाओं, हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और घाना भारत और घाना के ऐतिहासिक संबंधों को समर्पित है।
आगे वह कहते है यह सम्मान जिम्मेदारी भी है, जिसे भारत-घाना की दोस्ती को मजबूत बनाने की दिशा में काम किया जा सके। भारत हमेशा घाना के लोगो के साथ खड़ा रहेगा और एक भरोसेमंद दोस्त और विकास भागीदार के रूप में योगदान देना जारी रखेगा।
भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) के अनुसार, यह सम्मान मोदी के “प्रभावशाली वैश्विक नेतृत्व और राजनयिक कुशलता” को मान्यता देने के लिए प्रदान किया गया है। भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को अब तक कुल 24 अंतरराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हो चुके हैं, जिनमें फिलिस्तीन और रूस जैसे देशों द्वारा दिए गए पुरस्कार भी शामिल हैं।
यह दौरा विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पिछले 30 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली घाना यात्रा थी। नरेंद्र मोदी घाना का दौरा करने वाले भारत के तीसरे प्रधानमंत्री हैं। इससे पहले साल 1957 में पंडित जवाहरलाल नेहरू और साल 1995 में नरसिम्हा राव ने इस देश की यात्रा की थी इसके 30 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने घाना का दौरा किया है।
इस यात्रा के दौरान निम्नलिखित चार क्षेत्रों में समझौते (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए-
1 . सांस्कृतिक विनिमय कार्यक्रम (CEP) का समझौता : कला, संगीत, नृत्य, साहित्य एवं धरोहर के क्षेत्रों में आदान प्रदान बढ़ाकर दोनों देशों के बीच आपसी समझ और लोगों के बीच संपर्क को मजबूत करना।
2. BIS और GSA के बीच मानकीकरण समझौता : भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) और घाना मानक प्राधिकरण (GSA) के बीच मानकीकरण, प्रमाणीकरण एवं अनुरूपता आकलन में सहयोग को बढ़ावा देना।
3. परंपरागत चिकित्सा सहयोग समझौता : घाना के Institute of Traditional & Alternative Medicine (ITAM) और भारत के Institute of Teaching & Research in Ayurveda (ITRA) के बीच पारंपरिक चिकित्सा शिक्षा, प्रशिक्षण एवं शोध में सहयोग को स्थापित करना।
4. संयुक्त आयोग बैठक का समझौता : उच्च स्तरीय संवाद को संस्थागत रूप से नियमित करने और द्विपक्षीय सहयोग तंत्र की समीक्षा सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त आयोग मीटिंग को नियमति बैठक का दर्जा देना।