जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत पर्यटन स्थल पहलगाम में मंगलवार को हुए भयावह आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। दोपहर करीब डेढ़ बजे हुए इस हमले में आतंकियों ने पर्यटकों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, जिसमें 28 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में दो विदेशी सैलानी और दो स्थानीय नागरिक भी शामिल हैं, जबकि 17 अन्य घायल हुए हैं।
हमला पहलगाम से करीब 6 किलोमीटर दूर स्थित बैसरन में हुआ, जिसे ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ कहा जाता है। चश्मदीदों के अनुसार, आतंकी सेना और पुलिस की वर्दी में आए थे। उन्होंने पर्यटकों से नाम पूछ-पूछकर गोली मारी। विशेष रूप से पुरुषों को निशाना बनाया गया। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन टीआरएफ (The Resistance Front) ने ली है।
इस हमले में भारतीय नौसेना के 26 वर्षीय लेफ्टनेंट विनय नरवाल, बिहार के आईबी अधिकारी मनीष रंजन, कानपुर के सुभम द्विवेदी, महाराष्ट्र के दिलीप डिस्ले और अतुल मोने, कर्नाटक के व्यापारी मंजुनाथ और भरत भूषण, और छत्तीसगढ़ के दिनेश मिरानिया की मौत की पुष्टि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब की अपनी आधिकारिक यात्रा बीच में छोड़कर बुधवार सुबह ही दिल्ली लौटकर आपात बैठक की। उन्होंने एनएसए अजीत डोभाल और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से हालात की जानकारी ली। गृह मंत्री अमित शाह ने खुद घाटी पहुंचकर स्थिति की समीक्षा की और वरिष्ठ अधिकारियों व जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ बैठक की।
सेना और सुरक्षाबलों ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए घायलों को निकालने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ली। अधिकारी इसे 2019 के बाद का सबसे बड़ा और घातक आतंकी हमला बता रहे हैं। जांच में सामने आया है कि इस हमले की योजना लंबे समय से बनाई जा रही थी और आतंकियों को जंगलों के रास्ते हथियार मुहैया कराए गए थे।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने तत्काल हेल्पलाइन नंबर 9697982527 और 6006365245 जारी किए हैं, जबकि श्रीनगर में कंट्रोल रूम से संपर्क के लिए 01942457543 और 01942483651 नंबर दिए गए हैं।
हमले के बाद दिल्ली समेत पूरे देश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को धार्मिक स्थलों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने स्पेशल सेल को अलर्ट पर रखा है।
जम्मू-कश्मीर सरकार ने पीड़ित परिवारों के लिए 10 लाख रुपये और घायलों के लिए 2 लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हमले को “हाल के वर्षों में सबसे बड़ा आतंकी हमला” करार देते हुए गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने पर्यटकों के पलायन पर दुख जताया और प्रशासन को उनकी सुरक्षित वापसी के लिए अतिरिक्त उड़ानों की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा और भारत के प्रति समर्थन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हमले की निंदा करते हुए कहा, “इस क्रूर अपराध का कोई औचित्य नहीं है। दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।”
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने भारतीय राजदूत सुहेल एजाज खान से बातचीत में हमले की कड़ी निंदा की और हरसंभव मदद का भरोसा दिया।
इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस आतंकी हमले की तीखी आलोचना की। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘द ट्रूथ’ पर कहा, “भारत के साथ अमेरिका मजबूती से खड़ा है।”
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, जो इन दिनों भारत दौरे पर हैं, ने भी इस हमले को “विनाशकारी” बताते हुए पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
पहलगाम में हुए इस भयावह आतंकी हमले ने न सिर्फ देश बल्कि पूरी दुनिया को हिला दिया है। भारत की जनता में भारी आक्रोश है और सरकार ने साफ कर दिया है कि आतंक के इस कायराना कृत्य का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।