
किसी भी समस्या के समाधान के लिए किसान टोल फ्री नंबर 18001800150 पर संपर्क कर सकते हैं या फिर संबंधित जिले, तहसील या ब्लॉक के विपणन अधिकारियों से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
रबी सीजन में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं की खरीदी उत्तर प्रदेश में जोर-शोर से शुरू हो चुकी है। किसानों को अधिकतम लाभ देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है। सरकार ने किसानों के हित में सत्यापन प्रक्रिया को सरल बनाने के साथ-साथ 100 क्विंटल तक गेहूं बेचने पर सत्यापन की बाध्यता समाप्त कर दी है।
अब राज्य के पंजीकृत किसान बिना सत्यापन के 100 क्विंटल गेहूं MSP पर बेच सकते हैं। इसके अलावा, सत्यापन के बाद किसान अनुमानित उत्पादन से तीन गुना तक गेहूं बेच सकते हैं, जिससे अभिलेखों में त्रुटियों या जटिलताओं के कारण उन्हें कोई समस्या न हो। यह फैसला छोटे और मध्यम किसानों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद साबित होगा।
पंजीकरण के लिए किसान खाद्य व रसद विभाग के पोर्टल fcs.up.gov.in या विभाग के मोबाइल ऐप का उपयोग कर सकते हैं।
किसानों की सुविधा के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। इस बार मोबाइल क्रय केंद्र शुरू किए गए हैं, जो किसानों के घर या खेत से ही MSP पर गेहूं खरीद रहे हैं। गेहूं का MSP 2425 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित है, साथ ही उतराई, छनाई और सफाई के लिए 20 रुपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त दिए जा रहे हैं। खरीद केंद्र सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक खुले रहते हैं।
किसानों को किसी भी समस्या के समाधान के लिए टोल-फ्री नंबर 18001800150 या जिला खाद्य विपणन अधिकारी, तहसील विपणन अधिकारी या ब्लॉक विपणन अधिकारी से संपर्क करने की सुविधा है। इन कदमों से यूपी सरकार ने किसानों के लिए MSP पर गेहूं बिक्री को आसान और लाभकारी बना दिया है।