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67 साल से सहकार की अलख जला रही है ‘दि डीसी क्रेडिट सोसाइटी’

क्रेडिट सोसाइटी आगामी वर्षों में 23 नई शाखायें और 20 विस्तार पटल खोलने के निर्धारित लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं, जिसके माध्यम से 100 लोगों को रोजगार की सुविधा दी जाएगी।

Published: 09:00am, 15 Jan 2025

देश में सहकारिता (Cooperation) की जड़े काफी पुरानी हैं। सफल सहकारिता संचालन के ऐसे उदारहण मौजूद हैं जिन्होंने न सिर्फ स्थानीय सदस्यों के जीवन को बदल कर रख दिया बल्कि राष्ट्र पटल पर एक अलग पहचान भी बनाई। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में मंडी से लगभग 30 किलो मीटर की दूरी पर चच्योटनाम की तहसील का मुख्यालय गोहर स्थित हैं। यहां खंड विकास अधिकारी का कार्यलय है, इसी कार्यलय के कुछ प्रगतिशील कर्मचारियों ने अपनी बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए दि सी डी कोआपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी का गठन किया गया।

हिमाचल प्रदेश के सहकारिता अधिनियम के अंतर्गत 30 जून ,1957 को सहायक पंजीयक सहकारी सभाओं के कार्यलय मंडी से इसका पंजीकरण करवाया। प्रारम्भ में यह सहकारी सभा अपने कर्मचारियों तक की बचत व ऋण की सुविधा प्रदान करती रही, परन्तु इसकी सफलता को देखते हुए इसका कार्यक्षेत्र न केवल तहसील स्तर तक सीमित रखा अपितु इसका कार्य क्षेत्र जिला मंडी तक कर दिया गया, जिसमें इस क्षेत्र के सभी निवासी सदस्यता ग्रहण करने में सक्षम हो गए।
द डीसी कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी लिमिटेड की प्रगति में यदि स्वर्गीय पंडित शिवलाल जी का वर्णन न किया जाये तो बेमाना होगा।

श्री शिवलाल इसी कार्यक्षेत्र के निवासी थे और सहकारिता आंदोलन के प्रति उनका अगाध प्रेम और समर्पण भाव था। शिवलाल मंडी जिला सहकारी संघ के निर्वाचित अध्यक्ष भी रहे। राजनीतिक जीवन में भी वे इस क्षेत्र से विधायक भी निर्वाचित हुए थे। उसके उपरांत उन्होंने हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक में उन्होंने अपने सेवाएं दी और अपने अनुभव और योग्यता से इस बैंक को एक नयी उंचाईयों पर पहुंचा दिया। इसके बाद वे हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक के भी अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं दी।

एक समय था जबकि दि डीसी बैंक समाप्त होने के कगार पर था लेकिन पंडिश शिवलाल के प्रयासों से बैंक को नया जीवन मिला। इस सभा में वर्तमान में कमल चंद राणा अध्यक्ष है। कमलचंद राणा अर्थशास्त्र के प्रवक्ता के रूप में शिक्षा विभाग से सेवानिवृत होने के बाद से ही बैंक के विकास के कार्य में जुट गए। उनकी धारणा हैं कि इस सहकारी सभा के माध्यम से इस क्षेत्र के सदस्यों का आर्थिक और सामाजिक विकास हो।

क्रेडिट सोसाइटी द्वारा पिछले दो साल के आंकड़े

वर्ष                        भागदान लाख रुपए में                      शुद्ध लाभ
2020-21                         131.54                                   23.54
2021-22                        148.026                                  27.71
2022-23                           224                                      30.24

क्रेडिट सोसाइटी समय के साथ तरक्की कर रही है यह आंकड़ों में देखा जा सकता है। सदस्यों का समिति की गतिविधियों में विश्वास है। समिति प्रतिवर्ष 10 प्रतिशत की दर से अपने सदस्यों को लाभांश भी वितरित करती है। सभा के सदस्यों की 21 मार्च 2023 तक संख्या 75826 थी। समिति की 52 शाखाएं हैं, इसमें लगभग 300 अधिकारी और कर्मचारी काम कर रहे हैं।

भविष्य की योजना
क्रेडिट सोसाइटी आगामी वर्षों में 23 नई शाखायें और 20 विस्तार पटल खोलने के निर्धारित लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं, जिसके माध्यम से 100 लोगों को रोजगार की सुविधा दी जाएगी। सभा अपने सदस्यों को निजी कारोबार, उन्नत खेती, गृह निर्माण, वाहन खरीद आदि कार्यों के लिए ऋण उपलब्ध कराती है। शाखाओं का समय समय पर निरिक्षण करने के लिए सभा में सहायक महाप्रबंधकों के पद सृजित किये हैं। सभा के पास यदि आवश्यकता से अधिक राशि होती है तो तो उसे राष्ट्रीयकृत बैंक हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक में जमा करा दिया जाता है।

YuvaSahakar Desk

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