एनसीडीसी (NCDC) की ताजा अधिसूचना के अनुसार सहकारी चीनी मिलों को दी जाने वाली रियायतों में पर्याप्त संशोधन किया गया है। ब्याज दरों में कमी कर उन्हें प्रोत्साहन दिया गया है। संशोधित दरें सावधि ऋण के लिए 8.5% और कार्यशील पूंजी ऋण के लिए 8% निर्धारित की गई हैं। ये ब्याज दरें केंद्रीय क्षेत्र योजना – सहकारी चीनी मिलों (CSM) को मजबूत करने के लिए अनुदान सहायता में संशोधन किया गया है।
राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (NCDC) ने सहकारी चीनी मिलों के लिए सावधि ऋण और कार्यशील पूंजी ऋण के लिए ब्याज दरों को कम करने की घोषणा की है। सहकारिता मंत्रालय के तहत एक सांविधिक निगम, एनसीडीसी सहकारी समितियों को प्रोत्साहन देता है और उनका वित्तपोषित करता है।
एनसीडीसी की अधिसूचना के अनुसार, संशोधित दरें सावधि ऋण के लिए 8.5% और कार्यशील पूंजी ऋण के लिए 8% निर्धारित की गई हैं। ये ब्याज दरें केंद्रीय क्षेत्र योजना – सहकारी चीनी मिलों (CSM) को मजबूत करने के लिए यह पहल केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय द्वारा देश भर में सहकारी चीनी मिलों के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। ब्याज की नई दरें नये कर्ज पर ही लागू होगी।
एनसीडीसी की ब्याज दरों में कमी से सहकारी चीनी मिलों (CSM) को वित्तीय सहायता और देश में चीनी उद्योग को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। देश में करीब पांच करोड़ गन्ना किसान चीनी उद्योग से जुड़े हैं। सस्ते कर्ज से सहकारी चीनी मिलों की परिचालन दक्षता में सुधार होगा और आधुनिकीकरण में मदद मिलेगी। ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सहकारी चीनी मिलों की अहम भूमिका है।
एनसीडीसी द्वारा ब्याज दरों में कटौती सहकारी चीनी मिलों को सशक्त बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, हालांकि चीनी उद्योग को अभी भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इस साल गन्ने की फसल पर मौसम और रोगों की मार के चलते गन्ना उत्पादन प्रभावित हुआ है। चीनी उद्योग की ओर से निर्यात की अनुमति, चीनी के न्यूनतम बिक्री मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि और एथेनॉल की कीमतों में वृद्धि की मांग की जा रही है।