केंद्रीय सहकारिता निर्वाचन प्राधिकरण ने कृभको (KRIBHCO) के शीर्ष पदों पर होने वाली चुनाव की प्रक्रिया को रोक दिया है। चुनाव प्राधिकरण (Election Authority) ने राज्य स्तरीय निदेशकों के चुनाव में कथित आपत्तियों को स्वतः संज्ञान में लेते हुए बड़ा कदम उठाया है। इससे अध्यक्ष और उपाध्य के पदों पर होने वाले चुनाव रोक दिए गए हैं।
कृभको (Kribhco Elections) के निवर्तमान चेयरमैन डॉक्टर चंद्रपाल यादव (Dr. Chandra Pal Singh Yadav) ने चुनाव प्रक्रिया रोके जाने की पुष्टि की है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि अगले सप्ताह में चुनाव की बाकी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। शीर्ष पदों पर बृहस्पतिवार तक चुनाव प्रक्रिया को पूरा किया जाना था।
कृभको के निदेशक मंडल ने चुनाव नतीजों पर अभी तक अपनी मुहर नहीं लगाई है। सभी राज्यों में चुनाव परस्पर आमराय से करा लिए गए हैं। सभी 11 निदेशकों के चुनाव निर्विरोध करा लिए गए हैं। इसे सहकारिता की भावना को प्रतिरूप माना जा रहा है। दरअसल, बोर्ड में गुजरात के प्रतिनिधित्व को लेकर आपत्तियां उठाई गई हैं, जिसे स्वतः संज्ञान लेकर प्राधिकरण ने चुनाव प्रक्रिया रोकी है।
कृभको के बॉयलॉज के मुताबिक किसी भी राज्य में अधिकतम दो निदेशकों का होना अनिवार्य है। लेकिन गुजरात से तीन निदेशक- भीखाभाई पटेल, बिपिन पटेल और मगनभाई वडाविया को चुना गया है। हालांकि डॉ. चंद्र पाल ने स्पष्ट किया कि उपनियमों के अनुसार राज्य प्रतिनिधित्व सीमित है। मगर मार्केट फेडरेशन निदेशकों को इस सीमा से बाहर रखा गया है। इसलिए गुजरात का चुनाव भी सही है।
कृभको के प्रबंधन ने चुनाव प्राधिकरण को विस्तृत स्पष्टीकरण दे दिया है। अगले एक दो दिन के भीतर चुनाव प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।