दक्षिण कोरिया में रविवार को हुए विमान हादसे में 179 लोगों की मौत ने पूरी दुनिया को झकझोर कर दिया है. विमान में कुल 181 लोग सवार थे. विमान हादसे में जिन दो लोगों को बचाया गया है, वे दोनों ही विमान चालक दल के सदस्य थे. विमान में सवार 181 लोगों में से 175 यात्री थे और छह विमान चालक दल के सदस्य थे, जिसमें सभी 175 यात्री और चालक दल के 4 सदस्यों सहित 179 लोगों की जान चली गई.
जानकारी के अनुसार विमान के साथ ये हादसा लैंडिंग के दौरान हुआ. प्लेन ने लैंडिंग का प्रयास किया लेकिन सफल लैंडिंग नहीं हो सकी. रनवे पर विमान की स्पीड कम नहीं होने के कारण रनवे समाप्त हो गया और विमान दीवार में जा टकराया. विमान हादसा लैंडिग गियर में गड़बड़ी के कारण हुआ. जानकारी मिली है कि विमान से पक्षी टकरा गए, जिस वजह से लैंडिंग के वक्त गियर में तकनीकी खराबी आ गई और ये बड़ा हादसा हो गया.
जानकारी मिली है कि मुआन एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ने विमान से पक्षी टकराने का अलर्ट भेजा था. आशंका है कि एक पक्षी के विमान से टकराने से विमान का लैंडिंग गियर में खराबी आई और लैंडिंग के वक्त गियर नहीं खुल पाया. इस हादसे में सिर्फ दो चालक दल के सदस्यों को ही आपातकालीन कर्मचारियों द्वारा जिंदा बचाया जा सका. ये हवाई जहाज मुआन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रनवे के आखिर में फिसलकर एक दीवार से टकराकर आग के गोले में बदल गया था.
विमान के दोनों ब्लैक बॉक्स- फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर मिल गए हैं. हादसे में जिंदा बचे दो फ्लाइट अटेंडेंट में से एक घायल है और उसके शरीर में कई फ्रैक्चर हैं, हालांकि उसकी हालत स्थिर है. अब तक 65 शवों की पहचान हो चुकी है, जबकि बाकी की पहचान की जा रही है. मृतकों में 85 महिलायें और 84 पुरुष शामिल हैं. दक्षिण कोरिया में विमान हादसे की वजह से सात दिवसीय राष्ट्रीय शोक का एलान किया गया है.
परिवहन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी जू जांग-वान ने बताया कि विमान के ब्लैक बॉक्स से उड़ान डाटा और काकपिट वायस रीकॉर्डर बरामद कर लिए गए हैं. इनके आधार पर विशेषज्ञों की सहायता लेकर इस क्रैश के कारणों का पता लगाया जाएगा. फिलहाल मुआन हवाई अड्डे का रनवे 1 जनवरी तक बंद रहने वाला है. कार्यवाही राष्ट्रपति चोई सांग मोक ने कड़ी जाँच के आदेश दे दिए हैं. इससे पहले साउथ कोरिया में ऐसी घटना वर्ष 1997 में गुआम में हुई थी. उस घटना में कुल 228 लोगों की जान गई थी.